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महामारी के दौर में डॉक्टरों की भूमिका, सीमाएं और प्रोटोकॉल के कुछ सवाल
- Author(s):
- Pramod Ranjan (see profile)
- Date:
- 2021
- Group(s):
- Medical Humanities, Sociology
- Subject(s):
- Medical policy, Pandemics, COVID-19 (Disease) in mass media, Medical protocols, COVID-19 (Disease)--Government policy, International statistical classification of diseases and related health problems
- Item Type:
- Article
- Tag(s):
- COVID-19 Pandemic, Medical ethics, Medical practitioner
- Permanent URL:
- https://doi.org/10.17613/6n3r-nk68
- Abstract:
- अधिकांश लोग समझते हैं कि चिकित्सक ही जांच द्वारा तय करते हैं कि किसे कोविड है और किसे नहीं तथा अगर किसी की मौत होती है तो चिकित्सक ही यह तय करते हैं कि वह मृत्यु कोविड से हुई है या किसी अन्य कारण से। इसलिए जब कोई खुद को चिकित्सक बताता है या अपने परिवार में चिकित्सकों के होने का ज़िक्र करता है तो लोग उसकी बात पर अनिवार्य रूप से विश्वास करते हैं, लेकिन कोविड के मामले में वस्तुस्थिति कुछ और है। इस लेख में कोविड 19 के दौरान डॉक्टरों के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल से होने वाली गड़बड़ियों की चर्चा की गई है। कोविड से हुई मौत के निर्धारण में भी चिकित्सक की भूमिका एकदम शाब्दिक अर्थ में रबर स्टैंप की तरह है। कोविड से हुई मौतों के निर्धारण के लिए भारत समेत दुनिया के अधिकांश देशों में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा विकसित एक विशेष कोड का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसमें सिर्फ़ मृतक का लक्षण, जांच रिपोर्ट आदि भरनी होती है और उस कोड के अनुसार ही निर्धारित करना होता है कि मौत का मुख्य कारण किस बीमारी को बताया जाना है। अगर किसी व्यक्ति की कोविड की टेस्ट-रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है तो चाहे किसी भी कारण से[v] उसकी मौत हुई हो, उस कोड के अनुसार उसे कोविड से हुई मौत के रूप में ही गिना जाएगा। यहाँ तक कि भले ही कोविड की जांच भी न हुई हो, रिपोर्ट अस्पष्ट या निगेटिव आयी हो, लेकिन अगर उसमें ऐसे कोई भी लक्षण मौजूद हों, जो कोविड के लक्षणों से मिलते जुलते हों, जैसे- खांसी, सर्दी, ज़ुकाम, साँस लेने में तकलीफ़, तो उसे उस कोड के अनुसार उसकी मौत को कोविड से हुई मौत के रूप में दर्ज किया जाना है।
- Notes:
- This article is published in English with title 'Covid-19: Role and limitations of doctors and treatment protocols'. The article can be read in English here: https://doi.org/10.5281/zenodo.6792563
- Metadata:
- xml
- Published as:
- Online publication Show details
- Pub. URL:
- https://junputh.com/column/sankraman-kaal-first-issue-on-the-role-and-status-of-doctors-in-pandemic/
- Pub. Date:
- April 27, 2021
- Website:
- जनपथ
- Section:
- COLUMN
- Status:
- Published
- Last Updated:
- 6 months ago
- License:
- Attribution
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Item Name: महामारी-के-दौर-में-डॉक्टरों-की-भूमिका-सीमाएं-और-प्रोटोकॉल-के-कुछ-सवाल_assam-university_india.pdf
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